रायपुर में कांग्रेस की ट्रैक्टर रैली

 


 किसानों के भारत बंद का असर छत्तीसगढ़ में भी देखने को मिला है। हालांकि जैसी उम्मीद भारत बंद के समर्थन को लेकर कांग्रेस और सरकार को थी, वह पूरी नहीं हो सकी। बंद का मिलाजुला असर दिखाई दिया। राजधानी रायपुर और बस्तर को छोड़कर बंद का कुछ खास प्रभाव नहीं रहा। जबकि प्रदेश में कांग्रेस सहित तमाम दलों ने इसका समर्थन किया है। 

 


रायपुर में सहित प्रदेश के अगल-अलग जिलों में सुबह 6 बजे से ही कांग्रेसी और बड़े नेता बंद के समर्थन में सड़कों पर निकल आए थे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ट्रैक्टर पर सवार होकर रायपुर के जय स्तंभ चौक पहुंचे। यही हालत बिलासपुर, राजनांदगांव, धमतरी, बालोद, कवर्धा और बस्तर में भी रहे। राजनांदगांव में कांग्रेसियों ने तुमडी़बोड़ क्षेत्र में नेशनल हाईवे पर चक्काजाम भी किया।  


कांग्रेस प्रवक्ता के विवादित बोल, पर हमलावर हुई भाजपा

इस बीच कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह का विवादित बयान सामने आया। उन्होंने कहा, जो हिंदुस्तान के अन्नदाताओं का दिया हुआ अनाज खाते हैं, वो आंदोलन के साथ हैं।जो पाकिस्तान का दिया हुआ खाते हैं वो आंदोलन के ख़िलाफ हैं। इसके बाद सियासत गरमा गई है। भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा, आज जो कांग्रेस की स्थिति है, वो वैचारिक संक्रमण से गुजर रही है। ऐसे नशायुक्त बयान जो कांग्रेस नेताओं के सामने आ रहे हैं, उससे लगता है प्रदेश में शराबबंदी अब बेहद जरूरी हो गई है। 

 


रायपुर : सभी बड़े बाजार और पेट्रोल पंप बंद
राजधानी रायपुर में भी सुबह अभी बंद का मिला जुला असर है। मुख्य मार्गों पर बड़ी दुकानें और बाजार बंद हैं, लेकिन रायपुरा सहित कुछ जगहों पर पेट्रोल पंप और दुकानें खुली हुई हैं। पुरानी बस्ती, कटोरा तालाब, मालवीय रोड, पंडरी कपड़ा बाजार, बॉम्बे मार्केट, संतोषी नगर, टिकरापारा समेत दर्जनों इलाकों में दुकानें बंद हैं। इन इलाकों में विधायक विकास उपाध्याय के नेतृत्व में कांग्रेसी निकले हैं।

 


बिलासपुर : बंद का खास असर नहीं, दुकानें पहले की तरह खुलीं
वहीं बिलासपुर में बंद का कुछ खास असर नहीं दिखाई दे रहा है। दुकानें अपने निर्धारित समय पर सुबह से खुल रही हैं। किसानों के इस बंद में व्यापारियों की कुछ खास दिलचस्पी नहीं दिखाई दे रही। तिफरा में व्यापारियों ने तो बंद का विरोध कर दिया। बिलासपुर में व्यापक बंद का असर दोपहर 12 से 2 के बीच दिखने की संभावना जताई जा रही है। वहीं कांग्रेस कार्यकर्ता सुबह से ही सड़कों पर निकले हैं।

 


धमतरी : किसान ही बंद में नहीं, व्यापारियों ने आधे शटर खोले
धमतरी में जिला कांग्रेस के नेतृत्व में कांग्रेसी सुबह से शहर बंद कराने घूम रहे हैं। हालांकि जिले के किसान ही इसमें शामिल नहीं दिखाई दे रहे। नेशनल हाईवे की दुकानों के अलावा स्टेट हाईवे और सदर मार्ग पर कांग्रेस कार्यकर्ता घूम-घूम कर व्यापारियों से समर्थन मांगते रहे। अधिकांश व्यापारियों ने समर्थन नहीं दिया। व्यापारी दुकान का आधा शटर खोलकर बैठे हैं। सभी चौक पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई है।

 


राजनांदगांव : जिले में ठेलों के अलावा सब बंद, मेयर समर्थन में सड़क पर
राजनांदगांव में बंद का व्यापक असर देखने को मिल रहा है । यहां चेंबर ऑफ कॉमर्स ने दोपहर 2 बजे तक पूरे शहर में तमाम व्यवसायिक संस्थानों को बंद रखने का फैसला लिया है । फिलहाल शहर में छोटे-छोटे होटल पान ठेले ही खुले नजर आए। सुबह से ही महापौर हेमा देशमुख, शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलवीर छाबड़ा, समेत तमाम कांग्रेस दुकानें बंद करवाते नजर आए।

 

महासमुंद : शहर की सड़कें सूनी, मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी
महासमुंद में सुबह से ही शहर की सड़कें सूनी हैं। कांग्रेस और किसान संगठन के साथ आम आदमी पार्टी के नेता व्यवसायिक संस्थानों और बाजारों को बंद करवाने निकले हैं। कांग्रेसी नेताओं ने मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और खुद को किसानों के साथ बताया। चेंबर ऑफ कॉमर्स ने भी महासमुंद में तमाम व्यवसायिक संस्थानों को बंद रखने के लिए अपना समर्थन दिया है। फिलहाल शहर में पेट्रोल पंप , सब्जी दुकान और दवा दुकानें खुली हैं।

इन व्यवसायिक संगठनों ने किया बंद का समर्थन
छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज, छत्तीसगढ़ ऑटो यूनियन, रायपुर बस्तर परिवहन संघ, समस्त ट्रेड यूनियन, छत्तीसगढ़ ट्रक एसोसिएशन, छत्तीसगढ़ पेट्रोल एवं डीजल यूनियन , राजनैतिक दलों में भारतीय कांग्रेस पार्टी, आम आदमी पार्टी, सीपीआई, सीपीआईएम, सीपीआईएमएल, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ का भी समर्थन मिल गया है।

इस वजह से है भारत बंद
दिल्ली , हरियाणा बॉर्डर पर पिछले लगभग 15 दिनों से देश भर के तमाम किसान प्रदर्शन कर रहे हैं । इनकी मांग है कि केंद्र सरकार की तरफ से लाए गए नए कृषि कानूनों को वापस लिया जाए और एमएसपी पर ही मंडी के अंदर या बाहर खरीदी के नियम को लागू किया जाए । इन्हीं बातों को लेकर किसान संगठनों और केंद्र सरकार के बीच ठनी है। जिसकी वजह से आज पूरा भारत किसान संगठनों ने बंद कराया है। देश के तमाम विपक्षी दलों ने इसे अपना समर्थन भी दिया है।

छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ भी बंद की अगुवाई कर रहा है। पेट्रोल पंप संघ ने भी बंद को अपना समर्थन दिया है। इसके अलावा सब्जी दुकानें , दवा दुकानें और डेयरी को बंद के असर से बाहर रखा गया है ।

- डॉक्टर संकेत ठाकुर, सदस्य, किसान मजदूर संघ